नई दिल्ली: देश विरोधी नारों से नाराज एनडीए यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी के 54वें बैच के सेना के अफसरों ने डिग्री वापसी की पेशकश की है. अफसरों ने जेएनयू के वीसी को चिट्ठी लिखी लिखी है.
इस चिट्ठी में कहा गया है कि अगर कैंपस में इसी तरह से देश विरोधी गतिविधियां चलतीं रहीं तो वे अपनी डिग्री लौटा देंगे. पूरे मामले की शुरुआत 9 फरवरी को हुई जब अफजल गुरु की फांसी के विरोध में कार्यक्रम आयोजित किया गया और इसी कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगे .
इसी मामले में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया को कल गिरफ्तार किया गया था.
पूर्व सैनिकों ने जेएनयू वीसी को लिखी में लिखा,
”हम 1978 बैच के एनडीए के सैनिक हैं, जेएनयू से हमें बीए की़ डिग्री मिली है जिसकी हमें गर्व है. लेकिन हाल ही में छात्र अफजल गुरू दिवस मनाने जैसी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं. ऐसी घटना हमारे जैसे डिग्री होल्डर के बलिदान को कम आंकना है. अभी जेएनयू देशविरोदी गतिविधियों का अड्डा बन गया है. अगर आगे भी ऐसा होता रहा तो हम अपनी डिग्री लौटा देंगे. ”
आपको बता दें एनडीए के पासआउट अधिकारियों को ऑनरेरी स्नातक की जो डिग्री मिलती है वो जेएनयू से ही मिलती है, क्योंकि एनडीए की अपनी कोई यूनिवर्सिटी नहीं है. इसलिए भरतीय सेना ने जेएनयू के साथ समझौता किया है. सरकार इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है.
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